Sunday, May 25, 2008

ये पब्लिक है, सब जानती है...


रविवार का दिन भारतीय जनता पार्टी के लिए खास रहा। करनाटक विधानसभा के चुनाव के परिणाम ने भाजपा को पहली बार दक्षिण के सरोवर में अपने बूते पर कमल खिलाने का सपना साकार कर दिया। इसमें भाजपा की स्ट्रेटजी और नीतियों का कितना योगदान है, यह बहस और शोध का विषय हो सकता है, लेकिन पिछले 10-12 महीनों में करनाटक में जो कुछ हुआ, जनता ने उसे याद रखा और मौका मिलते ही सारा हिसाब चुकता कर दिया। जेडीएस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा ने धृतराष्ट्र बनकर पुत्रप्रेम का जो नजारा पेश किया था, मतदाताओं ने उन्हें 58 से 28 पर पहुंचाकर उनका कूड़ा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
पिछले कुछ महीनों में एक के बाद एक आए विभिन्न राज्यों के चुनाव परिणामों ने यह साबित कर दिया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में सबसे पुराने राजनीतिक दल कांग्रेस की कितनी दुर्गति हो चुकी है। किसानों की कर्ज माफी में डूबने वाले 71 हजार करोड़ रुपए भी कांग्रेस को डूबने से नहीं बचा सके। कांग्रेस राज में बढ़ी महंगाई ने आम आदमी के मुंह से निवाला छीन लिया है, तो फिर जनता इस पार्टी के नेताओं को माल उड़ाने का मौका कैसे देती। आज ही जयपुर से प्रकाशित हिंदी दैनिक डेली न्यूज में सुधाकर का कारटून छपा है जिसमें एक आदमी केंद्र में मनमोहन सरकार के चार साल पूरे होने के जश्न पर बेसाख्ता अपनी पीड़ा बयां कर उठता है-हे भगवान, एक साल और है। यह हर आम आदमी की पीड़ा है और इसे किसी भी सूरत में नकारा नहीं जा सकता। आम उपयोग में आने वाली वस्तुओं की कीमतों में जिस प्रकार इजाफा हुआ है, उसे देखते हुए अब कोई शक नहीं है कि यदि सब कुछ सामान्य रहा तो देश की जनता कांग्रेस और उसे बार-बार गीदड़भभकी देकर सत्तासुख भोगने वाली कम्युनिस्ट पार्टी को सबक सिखाकर ही छोड़ेगी। करनाटक की जनता इसलिए भी धन्यवाद की पात्र है कि उसने स्पष्ट बहुमत देकर भाजपा को ताज सौंपा है और गठबंधन सरकार का दु:ख झेलने से मना कर दिया है।
आशा है, भाजपा जनता की अपेक्षाओं पर खरी उतरेगी और लालकृष्ण आडवाणी का संभावित पीएम से पीएम तक का सफर आसान हो सकेगा। करनाटक की जनता को नई सरकार की बधाई और शुभकामनाएं कि उसके सारे सपने साकार हों और प्रदेश प्रगति के पथ पर अग्रसर हो।

1 comment:

mamta said...

सही कहा है आपने की पब्लिक सब जानती है।