राजस्थान प्रौढ़ शिक्षण समिति की ओर से झालाना स्थित राज्य संदर्भ केंद्र परिसर में पिछले दिनों 'जापान की आपदा : हमारी विपदाÓ विषयक संगोष्ठी आयोजित की गई। जापानी लेखिका तोमोको किकुचि, प्रसिद्ध लेखिका डॉ. राज बुद्धिराजा, डॉ. डी. आर. मेहता आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर प्रौढ़ शिक्षण समिति और प्राकृत भारती की ओर से प्रकाशित पुस्तक 'जापान की आपदा : हमारी विपदाÓ और पोस्टर 'धरती की चिंताÓ का लोकार्पण किया गया। संगोष्ठी के अंत में समिति की सचिव डॉ. अंजू ढढ्ढा मिश्र ने संकल्प पत्र प्रस्तुत किया। प्रस्तुत है संकल्प पत्र :
जापान के निवासियों पर गुजरी हृदय विदारक विभीषिका में हम सबकी संवेदना वहां के निवासियों के साथ है। इस भयंकर दुर्घटना से जूझने में जापान के निवासियों ने जिस सामथ्र्य, साहस और संयम का परिचय दिया है, वह दुनिया में एक सराहनीय मिसाल बन गया है। आइए, इसी आत्मबल का प्रयोग हम ऐसी विभीषिकाओं की संभावनाओं से लडऩे में करें, जिससे ऐसी स्थिति दुनिया को दोबारा न झेलनी पड़े।
दुनिया के ऊर्जा उत्पाद का जितना भाग आणविक ऊर्जा से प्राप्त होता है, उतना हम अपने आत्मबल से सहज ही बता सकते हैं। आइए, प्रतिज्ञा करें कि हम अपने जीवन, घर, संस्थान जहां भी हैं, वहां संसाधनों का दोहन सिर्फ एक प्रतिशत कम कर लें। हमारी यह छोटी सी चेष्टा दुनिया के वंचितों को उनके जीवन यापन के साधन मुहैया कराने के साथ ही हमें पर्यावरण संबंधी खतरों से मुक्त करा सकती है।
अजीबोगरीब बूढ़ा
1 week ago
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