tag:blogger.com,1999:blog-6269680552568501323.post6986111231518599883..comments2023-10-28T06:08:55.252-07:00Comments on दिल से दिल की बात: चंदा मामा दूर के...manglamhttp://www.blogger.com/profile/09256454129822743663noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6269680552568501323.post-28518406629505792422008-04-30T14:45:00.000-07:002008-04-30T14:45:00.000-07:00सही मुद्दा उठाया है.जरा फॉण्ट बड़े कर दें तो पढ़ने म...सही मुद्दा उठाया है.<BR/><BR/>जरा फॉण्ट बड़े कर दें तो पढ़ने में हो रही कुछ तकलीफ कम हो-वरना तो बढ़ती उम्र का अहसास सताने लगता है. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6269680552568501323.post-64285739906283788712008-04-30T14:39:00.000-07:002008-04-30T14:39:00.000-07:00सचमुच आपने दिल की बात कह दीअपन को भी चंदा मामा दूर...सचमुच आपने दिल की बात कह दी<BR/><BR/>अपन को भी चंदा मामा दूर के ही अब तक याद है। <BR/>वैसे अपन को आज एक एसएमएस आया है, हालांकि इस संदर्भ में ठीक नहीं है, पर है चांद से जुडा हुआ ही। <BR/>ये चांद भी अजब सितम ढाता है,ये चांद भी अजब सितम ढाता है।<BR/>बचपन में इसमें मामा और जवानी में सनम नजर आता है।राजीव जैनhttps://www.blogger.com/profile/07241456869337929788noreply@blogger.com